खोला समस्याओं का पिटारा
Wednesday, 15 Sep 2010 11:13:45 hrs IST
Wednesday, 15 Sep 2010 11:13:45 hrs IST
चूरू । जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में जनप्रतिनिघियों ने जहां कई समस्याओं के समाधान की प्रमुखता से मांग उठाई वहीं जिला प्रशासन ने संबंघित अघिकारियों को मौके पर ही निर्देश भी जारी किए। आमजन से जुडे मुद्दो पर चर्चा करने में तो कोई जनप्रतिनिघि पीछे नहीं रहा। हालांकि बैठक सांसद, विधायक व प्रधानों तक ही सीमित होकर रह गई। बैठक में खुलकर चर्चा करने वाले जिला परिषद सदस्यों की संख्या नाममात्र रही।
यहां तक की जिला प्रमुख भी किसी मुद्दे विशेष पर अपनी राय या कोई सुझाव देती नहीं दिखीं। करीब तीन घंटे चली बैठक में भारी बारिश से प्रभावित गांवों को चिह्नित कर राहत सामग्री वितरित करने, गारण्टी अवघि में टूटी सडकों का नवीनीकरण, इंटरनेट पर बीपीएल परिवारों की सूची अपडेट करने समेत विभिन्न मुद्दों पर समस्त जनप्रतिनिघि सहमत नजर आए।
बैठक की अध्यक्षता जिला प्रमुख कौशल्या देवी पूनियां ने की। इस मौके पर सांसद रामसिंह कस्वां, विधायक विमला कस्वां, राजकुमार रिणवां व अशोक पींचा, अतिरिक्त जिला कलक्टर बीएल मेहरडा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अघिकारी अबरार अहमद, प्रधान रणजीत सातडा व बिमला पूनियां, जिप सदस्य धर्मेन्द्र बुडानिया, बीडीओ गोपीराम महला सहित जिप सदस्य और अघिकारी मौजूद थे।
पूसाराम की पौबारह
बैठक में जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ही अघिक सक्रियता दिखाते नजर आए। प्राय: हरेक मुद्दे पर पूसाराम ने अपनी बात बीच में झोंकी और आमराय बनाने की कौशिश भी की। इसे लेकर कई सदस्यो ने कांग्रेस नेताओं पर बैठक को हाईजैक करने तथा अन्य सदस्यों को बोलने का मौका नहीं देने को लेकर एतराज जताया। चूरू के प्रधान रणजीत सातडा तथा जिप सदस्य सुखाराम कडेला ने भी बैठक मे कुछ ही लोगों के एकाघिकार पर नाराजगी जताई। उधर, सुजानगढ प्रधान नानी देवी समेत अन्य नवनिर्वाचित महिला जनप्रतिनिघि बैठक में सिर्फ उपस्थिति ही दर्ज करवाती दिखीं।
सच्चाई जो सामने आई
राजगढ में नरेगा के एक श्रमिक को मिली पांच रूपए मजदूरी।
गांव आलसर में पीएचईडी का नलकूप हुआ खराब।
गांव ताम्बाखेडी मे पहुंचा मोठ का नकली बीज।
नेट पर बीपीएल सूची अपडेट नहीं होने से परेशानी।
सांसद कोष से स्वीकृत राशि फाइलों में अटकी।
सरदारशहर में 45 विद्यालय शिक्षकविहिन।
गारण्टी अवघि में बनी सडकें अघिकांश जगह टूटी।
इंदिरा आवास योजना की द्वितीय किश्त की राशि अटकी।
सरदारशहर में हरिजन बस्तियां नहीं हो पाई रोशन।